रामचरितमानस की विशेषता है जिसमें डुबकी लगा लेता है वह हंस की भांति हो जाता है। अतुल भारद्वाज

रामचरितमानस की विशेषता है जिसमें  डुबकी लगा लेता है वह हंस की भांति हो जाता है।  अतुल  भारद्वाज 

राजेंद्र सिंह राठी की रिपोर्ट

राम लीला मैदान चल रही रामकथा के अवसर पर तीसरे दिन कथावाचक अतुल भारद्वाज ने कहा कि  राम चरित्र मानस को सुनने मात्र से ही भक्त हंस जैसा हो जाता है उन्होंने  कहा कि  राम नाम की औषधि सबसे  बड़ी औषधि है सभी समस्याओं का निवारण होता है इस मौके पर अरविंद भाई  ओझा ,ब्रह्मगिरि महाराज, हरीश अग्रवाल ,चेतन प्रकाश ,बिशन सिंह तोमर ,अंशुल  मित्तल ,राजेश गोयल, कन्हैया अग्रवाल, प्रशांत मिश्रा, सुरेश चंद गोयल ,विपिन कंसल, मुकेश तोमर आदि ने महाराज जी का माला अर्पण  कर स्वागत किया

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